मंगल सूत्र का मतलब है की यह एक पवित्र धागा है। सद्गुरु बता रहे हैं की इसके पीछे एक पूरा विज्ञान है। अगर इस प्रक्रिया को सही तरीके से करने का मतलब है की आपके सिस्टम से एक विशेष नाड़ी को लिया जाता है और आपके मंगेतर के सिस्टम से एक खास नाड़ी को लिया जाता है, और इस धागे को खास तरह से तैयार करके आपको आपस में बांधा जाता है। तो जब आपका शारीरिक संपर्क होता है, तो यह सिर्फ शरीर का मिलन ही नहीं, बल्कि दो लोगों की ऊर्जाएँ भी मिलकर एक हो जाती हैं। उन्हें आंतरिक तौर पर एक खास तरह से बांधा जाता है, लेकिन दुर्भाग्य से अब यह एक खोखली रस्म बन गई है।
एक योगी, युगदृष्टा, मानवतावादी, सद्गुरु एक आधुनिक गुरु हैं, जिनको योग के प्राचीन विज्ञान पर पूर्ण अधिकार है। विश्व शांति और खुशहाली की दिशा में निरंतर काम कर रहे सद्गुरु के रूपांतरणकारी कार्यक्रमों से दुनिया के करोडों लोगों को एक नई दिशा मिली है। दुनिया भर में लाखों लोगों को आनंद मार्ग में दीक्षित किया गया है।